जब फरवरी के महीने में गर्मी ने ढाया कहर
परेशान बालक ने किया
वॉट्सएप भरी दोपहर
हे! प्रिय सूर्य देवता
थोड़ा बढ़ा हुआ अपना
ब्राइटनेस कम कीजिए
जानलेवा गर्मी से
राहत दीजिए
अभी से इतनी गर्मी
जलाएंगे क्या?
मई में क्या है
इरादा, निपटाएंगे क्या?
सवालों की झड़ी का
सूर्यदेव ने तुरंत किया रिप्लाई
इनबॉक्स में मैसेज
पाकर बालक के होठों पर हंसी आई
पर मैसेज पढ़ते ही
उड़ गई चेहरे की हवाईयां
सूर्य देवता ने
बतायी थी कुछ कड़वी दवाईयां
मैसेज में लिखा था-
सेटिंग में जाइए
कुछ पेड़-पौधे भी
लगाइए
इस काम के लिए औरों
को भी जगाइए
और मेरी तपिश से
राहत पाइए
पेड़-पौधे बढ़ेंगे
तो कार्बनडाई ऑक्साइड घटेगी
मौसम भी होगा सुहना
और गर्मी भी मिटेगी
जब पेड़-पौधे होंगे
चारों ओर
तो दिल खोलकर
नाचेंगे मोर
बादल भी खुलकर
बरसेंगे
आप पानी के लिए फिर
न तरसेंगे
बेवक्त सूखे की भी होगी
छुट्टी
और सोना उगलेगी बंजर
पड़ी मिट्टी
ऐ नादां इंसान
गर वक्त रहते न आई
तुझे अक़ल
तो यूं ही बर्बाद
होती रहेगी फसल
फागून भी लगेगा जैसे
जेठ
और कश्मीर लगेगा
राजस्थान ठेठ
सुनील राउत
सुनील राउत
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